Bushra Anjum Dedicates A Small Poem To Her Father.
Bushra Anjum Dedicates A Small Poem To Her Father On The Auspicious Occasion Of Father's Day As Mentioned Below :-
आप मेरे लिए सब कुछ हैं
आप मेरे लिए सब कुछ हैं,
आप मेरे अब्बू हैं, मेरे दोस्त हैं, मेरी ज़िंदगी का सहारा हैं।
आपकी मेहनत और आपके प्यार की क़द्र,
मेरे दिल में हमेशा बसी रहेगी — अमिट, अटूट।
आप मेरे लिए एक जादुई जिन्न हैं,
जो चिराग से निकलकर मेरी हर ख्वाहिश पूरी कर देते हैं।
आप वो हैं,
जो मुझे ज़िंदगी में किसी चीज़ की कमी महसूस नहीं होने देते।
आप मेरे लिए एक चिराग हैं,
जो अंधेरी रातों में रोशनी बनकर मेरा रास्ता दिखाते हैं।
आप वो उजाला हैं,
जो हर डर, हर भ्रम को दूर कर देते हैं।
आप मेरे लिए एक नैया हैं,
जो हर मुसीबत से मुझे पार लगाते हैं।
आप मेरे लिए एक सहारा हैं,
जो हर मुश्किल वक्त में चुपचाप मेरे साथ खड़े रहते हैं।
आप मेरे लिए एक आशीर्वाद हैं,
जो हर खतरे से मुझे बचाते हैं।
आप एक दुआ की तरह हैं,
जो मेरी ज़िंदगी को सच्ची खुशियों से भर देती हैं।
आपका प्यार, आपकी ममता, आपकी कड़ाई,
मेरे जीवन की सबसे कीमती दौलत है।
हमने देखा है आपको —
अपने सपनों को कुर्बान करते हुए, हमारे सपनों को पूरा करने के लिए
हमारी छोटी-छोटी ज़रूरतों को पूरी करने में
आपने कभी अपने आराम, अपनी ज़रूरतों का ख्याल तक नहीं रखा।
पिता...
वो घर की छत पर लगा कर्कट होते हैं —
जिसके नीचे सब आराम करते हैं,
पर बारिश की बूँदों की आवाज़ उन्हें खलती है।
ठीक वैसे ही,
पिता की कड़वी बातें सबको याद रहती हैं,
पर उनका छुपा हुआ प्यार और त्याग कोई नहीं देखता।
मुझे दुख होता है उन बच्चों से,
जो कहते हैं – "पापा ने किया ही क्या है हमारे लिए?"
काश... वो देख पाते वो सारी रातें,
जब पापा जागे थे सिर्फ़ हमारी नींद के लिए।
आप मेरे लिए सब कुछ हैं –
मेरे अब्बू, मेरे सबसे अच्छे दोस्त, मेरी ज़िंदगी का सबसे मजबूत सहारा।
मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ, पापा।
आप दुनिया के सबसे अच्छे पापा हैं।
-बुशरा अंजुम